Saturday, 8 December 2012

FamiLy Sunday Have A FuN Day :) )


हफ्ते भर की भागदौड़ , स्कूल ,कॉलेज, जॉब इन सब से दूर आता है सन्डे , फैमिली के साथ कुछ पल बिताने , टीवी पर अपने पसंद की कोई मूवी दिखाने या मनपसंद गाने सुनाने वो जो बचपन की यादों से जुड़ी है उन यादों को जिन्दा करने, आप देल्ही रहो या मुंबई सन्डे सबके लिए  ख़ास है, गाँव में रहो या शहर में  जेहन में सबके अपना अपना सन्डे बसा हुआ है , वो जिनकी जॉब सन्डे को भी होती है वो भी अपना सन्डे मिस करते है, सुबह बेफिक्र होकर अलसाये हुए से बिस्तर पर पड़े रहना यूँ तो कुछ की रोज की आदत है लेकिन सन्डे के दिन इसका अपना अलग ही मज़ा है , अलार्म क्लॉक की बजती हुई रिंग जब हमारी नींद में खलल डालती है , बार बार हम उसे बंद करते है , और आलस्य में जकड़े हुए नर्म गर्म बिस्तर में फिर से दुबक जाते है , सुबह शुरू करने  का अंदाज़ सबका अलग है कोई उठते ही चाय की चुस्कियां लेता है कोई आँख मलते हुए न्यूज़ पेपर के फ्रंट  पन्ने पर नज़र  डालता है , ये सन्डे आता है प्यार लेकर वो प्यार जो आपको हफ्ते भर  नहीं मिलता, अपनों का प्यार ,  हफ्ते बाद  ढंग से घर का खाना , माँ के हाँथ का पत्नी के हाँथ का या फिर बहेन के हाँथ का, अच्छा लगता है , मन जो  परेशान होता सारी टेंशन कुछ पल के लिए दूर हो जाती है , यूँ तो हर दिन खास है मै ये नहीं कहता सन्डे बहुत खास है , फिर भी अपनों के बीच रहने का अपनी ज़िन्दगी में शामिल होने का ये छुट्टी का दिन जो मौका लेकर आता है वो पल बहुत खास है , आप सबका दिन अच्छा हो पुरानी कुछ यादें ताज़ा हों जिससे आपके होंठों पर मुस्कान खिल सके ….:))*

~ Prasneet Yadav ~




No comments:

Post a Comment