आलस्य में जकड़े हुए खिड़की से बाहर देखते है तो पाते है। प्रकृति सफ़ेद चादर से ढकी हुई है पेड़ फूल पत्ती सबमे नया शृंगार है नया आकर्षण, हिम की फुहारें बरस रही है। खिडकियों के शीशे जो पूरी तरह भीगे हुए है। उन्हें खोलते ही मंद ठंडी हवा का झोंका हमें स्पर्श कर रहा है। कुछ नयापन सा घुल गया है चारो तरफ। हमें इंतज़ार है उस पल का जब कोई आकर तोहफे दे और कहे 'मेर्री क्रिसमस'। हम इन फुहारों के बीच खेलें भीगे, अपने अन्दर उत्साह भरकर बर्फ की ठंडी ठंडी राहों पर कदम रखें, वाइट क्रिसमस का मज़ा लें, ख़ुशी से झूमते हुए संता क्लाज़ के दिए तोहफे के संग जिंगल बेल जिंगल बेल गाते रहें। एक जुट होकर क्रिसमस यानि बड़े दिन का सबक लें। एक दुसरे के लिए प्रार्थना करें एक दुसरे का सम्मान करें। साथ ही साथ यह भी प्रार्थना करें आने वाले साल हमारा समाज अपराध मुक्त हो , प्रेम का प्रकाश फैले। ईशु ने कहा था प्रकाश हर घर में हो कोई भी घर उससे वंचित न रह जाए। दिल बड़ा हो तभी हम सही अर्थों में किसी का सम्मान किसी से प्रेम करेंगे।
मेरे सभी मित्रों को इस दिन की ढेर सारी शुभकामनाओ सहित सफलता सुख चैन आपके जीवन में व्याप्त हो ज़िन्दगी ऐसे ही चलती रहे। ~ Merry Christmas ~
~ Prasneet Yadav ~
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मेरे सभी मित्रों को इस दिन की ढेर सारी शुभकामनाओ सहित सफलता सुख चैन आपके जीवन में व्याप्त हो ज़िन्दगी ऐसे ही चलती रहे। ~ Merry Christmas ~
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