Sunday, 15 September 2013

दोस्ती के नाम

आँखों में थोड़ी सी नमी छोड़ जायेंगे ,
जीवन में थोड़ी सी कमी छोड़ जायेंगे ,
जायेंगे जब यार तुमसे  दूर ,
हम एक प्यारी हंसी छोड़ जायेंगे ,
बसोगे जहाँ  तुम दुनिया के जिस कोने में ,
याद करना दिल से हम दौड़े आयेंगे ,
सागर के मौजों के जैसा वक़्त भी तो है
सागर के मौजों के जैसा वक़्त भी तो है ,
हम  हर पल  को अपना कर जायेंगे ,
ऐ दोस्त तुम्हारी कमी खलेगी बहुत
ऐ  दोस्त तुम्हारी कमी खलेगी बहुत,
जब  साथ न रहोगे तुम ,
तब हम तुम्हारे साथ जिए एहसास से ही
ज़िन्दगी बिताएंगे
जैसे भरते आये रंग आज तक
जैसे भरते आये रंग आज तक
कोरे पन्नो में तब भी बनाकर चित्र नए
रंग भर जायेंगे ,
ऐ  दोस्त ऐसे ही तुम्हे बस ऐसे ही प्यार कर जायेंगे।

~ प्रसनीत यादव ~

© PRASNEET YADAV


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