Friday, 25 January 2013

~ Dedicated To ALL Of u Keep SmiLinG ~

रहोगे तुम रहेंगे हम ये दिन न रहेंगे,
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए
प्यारे से मौसम इस दिन के लिए,
जिसमे हो नाम जुड़ा हम सबकी मोहब्बत का,
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए....
ये झगड़े ये तकरार ये भी तो है प्यार ,
दिल से मिला लो दिल कब किसको है इन्कार,
जो रहते है खामोश जो करते है बदमाशी,
वो भी जीते है हम सबके लिए ,
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए,
प्यारे से मौसम इस दिन के लिए ....
मिट्टी के नहीं है घर ये घर है सपनों के ,
कोई रहता नहीं है एक ये घर है अपनों के,
जीना सीखो अपनों के लिए....,
आँखों मे पलते सपनों के लिए ,
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए ....
जब न रहेंगे हम तब रात क्या होगी ?
जब न रहोगे तुम तब बात क्या होगी ?
बोलोगे फिर तुम बोलेंगे फिर हम किसके लिए
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए....
मीठा सा संगीत संग बनाकर जाना है,
होता है जो दुनिया मे उसे मिटाकर जाना है,
हम चलें तुम चलो तुम चलो हम चलें ,
लिखूँगा मै गीत तुम सबके लिए ....:))*

~ Prasneet Yadav ~









Tuesday, 15 January 2013

~ जाने किस गली ~

जाने किस गली घूमता मन जाने किसे ढूँढता मन,
यादों के बचपन मे फिर करने चला शरारत,
जाने किस बिछड़े मीत का पता पूंछता मन,
जाने कौन सी हरकत करना चाहे,
आज फिर कोई खेल खेलना चाहे,
आम की डाली पर यादों के सुहाने झूले झूलता मन,
आज फिर झूमता मन मदमस्त अपनी मस्ती मे,
बहती नाव मे बैठ साथियों के संग,
आज पुराने तरानो को फिर छेड़ता मन,
निकाल तनहाई से बाहर भीड़ मे शामिल हो पंख फैलाये,
मोर की तरह नाचता मन,
जाने किस डगर झाँकता मन किसे ताकता मन,
मेरी खुशियों के खातिर दूर बहुत दूर भागता मन,
 जाने किस गली....:))*

~ Prasneet Yadav ~