रहोगे तुम रहेंगे हम ये दिन न रहेंगे,
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए
प्यारे से मौसम इस दिन के लिए,
जिसमे हो नाम जुड़ा हम सबकी मोहब्बत का,
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए....
ये झगड़े ये तकरार ये भी तो है प्यार ,
दिल से मिला लो दिल कब किसको है इन्कार,
जो रहते है खामोश जो करते है बदमाशी,
वो भी जीते है हम सबके लिए ,
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए,
प्यारे से मौसम इस दिन के लिए ....
मिट्टी के नहीं है घर ये घर है सपनों के ,
कोई रहता नहीं है एक ये घर है अपनों के,
जीना सीखो अपनों के लिए....,
आँखों मे पलते सपनों के लिए ,
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए ....
जब न रहेंगे हम तब रात क्या होगी ?
जब न रहोगे तुम तब बात क्या होगी ?
बोलोगे फिर तुम बोलेंगे फिर हम किसके लिए
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए....
मीठा सा संगीत संग बनाकर जाना है,
होता है जो दुनिया मे उसे मिटाकर जाना है,
हम चलें तुम चलो तुम चलो हम चलें ,
लिखूँगा मै गीत तुम सबके लिए ....:))*
~ Prasneet Yadav ~
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए
प्यारे से मौसम इस दिन के लिए,
जिसमे हो नाम जुड़ा हम सबकी मोहब्बत का,
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए....
ये झगड़े ये तकरार ये भी तो है प्यार ,
दिल से मिला लो दिल कब किसको है इन्कार,
जो रहते है खामोश जो करते है बदमाशी,
वो भी जीते है हम सबके लिए ,
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए,
प्यारे से मौसम इस दिन के लिए ....
मिट्टी के नहीं है घर ये घर है सपनों के ,
कोई रहता नहीं है एक ये घर है अपनों के,
जीना सीखो अपनों के लिए....,
आँखों मे पलते सपनों के लिए ,
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए ....
जब न रहेंगे हम तब रात क्या होगी ?
जब न रहोगे तुम तब बात क्या होगी ?
बोलोगे फिर तुम बोलेंगे फिर हम किसके लिए
आओ कुछ लिख दूँ तुम सबके लिए....
मीठा सा संगीत संग बनाकर जाना है,
होता है जो दुनिया मे उसे मिटाकर जाना है,
हम चलें तुम चलो तुम चलो हम चलें ,
लिखूँगा मै गीत तुम सबके लिए ....:))*
~ Prasneet Yadav ~